1993, गोल्डन एन्क्लेव में तनिष्क का ऑफिस, बैंगलोर।
पेरिस में डायमंड Studded ज्वेलरी बिज़नेस के असफल होने के बाद तनिष्क ने लोकल मार्केट में 18 KT ज्वेलरी लांच किया।
यह यहाँ भी नाकामयाब हो रहा था।
इसका लोगो Chinese रेस्टॉरेंट के जैसे लग रहा था, स्टोर का अगला हिस्सा पूरा ढका हुआ रहता था, प्रोडक्ट्स छोटे थे और यूरोप के मार्केट के हिसाब के थे।
हमलोग हर रोज स्टोर को चलाने के लिए बहुत पैसे का नुकसान उठा रहे थे।
उसपर स्टाफ को जो पद था वो CRO का था। कस्टमर रिलेशनशिप अफसर जिनका काम था की ग्राहक को 5 स्टार होटल जैसी सर्विस दी जाये। किसी ने नहीं सोचा था की सेल्स उनका मुख्य काम हैं।
उसपर मैं वाच डिवीज़न से तनिष्क डिवीज़न में सप्लाई चैन मैनेज करने के लिए नियुक्त हुआ था।
मेरे वाच डिवीज़न के सहकर्मी मुझे बोलते रहते थे की एक दिन तनिष्क बंद हो जायेगा और मैं मुर्ख हूँ जो तनिष्क डिवीज़न में शिफ्ट हुआ।
मेरी क्या सीख हैं ?
- मार्केट में बदलाव की बहुत जरुरत हैं। तनिष्क ने भारत में पहला कैरटमीटर, 22 KT गोल्ड ज्वेलरी लाया जिनसे मार्केट में बहुत बदलाव आया। स्टाफ को Retail सेल्स ऑफिसर का पद दिया।
- आपके लोग ही आपकी सबसे बड़ी संपत्ति हैं।
रिटेलर्स के लिए क्या सीख हैं ?
- मार्केट के हिसाब से बदलने की जरुरत हैं। हमे अपने खर्चे और विस्तार को लेकर ज्यादा सत्रक रहने की जरुरत हैं।
- क्यूंकि हमारे लोग ही हमारी संपत्ति हैं, हमे उन्हें समस्याओ के समाधान खोजने में प्रशिक्षित करना होगा
- हमे यह नहीं पता की स्टोर कब तक ओपन होगा। तो हम टेक्नोलॉजी की मदद से ग्राहक, स्टाफ और वेंडर के साथ कनेक्ट कर सकते हैं।
विशेषज्ञ कहते हैं की ज्यादा कनेक्ट करना कम कनेक्ट करने से बेहतर हैं। मानकर चले की वो आपकी बात समझेंगे।
हम सभी जानते हैं की लॉकडाउन के नियम का कितने लोगो ने पालन किया।
2020
तनिष्क अभी एक बहुत ही सफल ब्रांड है और टाइटन कंपनी का 80% राजस्व इसी से आता हैं।
मैं बहुत खुश और आभारी हूँ की मैंने तनिष्क ब्रांड के इस सफलता की कहानी में 10 साल तक अपना रोल अदा किया हैं।